Nagaon district news: असम के नगांव जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। जब लोग डर के मारे घरों और सड़कों की ओर भाग रहे थे, उस समय नगांव के एक हॉस्पिटल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में देखा जा सकता है कि नर्सें अपनी जान की परवाह किए बिना NICU वार्ड में रखे नवजात शिशुओं की सुरक्षा कर रही थीं।
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भूकंप का झटका लगभग 5.6 रिक्टर स्केल की तीव्रता का था। आम लोग डर के मारे इधर-उधर भागते दिखे, लेकिन अस्पताल की नर्सों ने पूरी सजगता और साहस का परिचय दिया। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि नर्सें अपने हाथों में नवजात शिशुओं को लेकर सुरक्षित स्थान पर खड़ी हैं और उन्हें आराम से रखने की कोशिश कर रही हैं।
नर्सों की इस बहादुरी की सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है। लोग लिख रहे हैं कि उन्होंने भूकंप के डर के बावजूद अपने पेशे और मानवता की जिम्मेदारी को प्राथमिकता दी। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे समय में अस्पतालों में तैयारी और कर्मचारियों की तत्परता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, और नगांव की यह घटना इसका जीवंत उदाहरण है।
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अस्पताल प्रशासन ने भी दी प्रतिक्रिया
नगांव के जिला अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि नर्सों ने बेहद संयम और जिम्मेदारी दिखाई। उन्होंने बताया कि सभी नवजात सुरक्षित हैं और किसी को कोई चोट नहीं आई है। अस्पताल प्रशासन ने सोशल मीडिया पर भी वीडियो साझा कर नर्सों की बहादुरी को सार्वजनिक रूप से सराहा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने भी नर्सों की बहादुरी की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अगर सामान्य लोग भी उस समय इतने संयम और धैर्य दिखाते, तो भूकंप के समय नुकसान और अधिक कम होता। कई लोगों ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि यह न केवल असम बल्कि पूरे देश के स्वास्थ्यकर्मियों के समर्पण का प्रतीक है।
भूकंप के समय क्या हुआ
भूकंप के झटके रविवार शाम करीब 6 बजे महसूस किए गए। लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकले। कई घरों में दीवारों और छत में दरारें आईं। हालांकि, नगांव जिले में किसी भी प्रकार की जान-माल की बड़ी क्षति की सूचना नहीं है। लेकिन अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थानों में कर्मचारियों का संयम और तत्परता इस स्थिति में जीवन रक्षक साबित हुई।
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सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि नर्सें, मास्क और दस्तानों के साथ, छोटे-छोटे नवजातों को अपने हाथों में लेकर सुरक्षित स्थान पर रख रही हैं। कई लोगों ने वीडियो को देखकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और लिखा कि इस बहादुरी को शब्दों में बयान करना मुश्किल है।
विशेषज्ञों की राय
भूकंप विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं में अस्पतालों का स्टाफ अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नर्सों और डॉक्टरों की तत्परता और सावधानी न केवल मरीजों की जान बचाती है बल्कि पूरे अस्पताल में शांति बनाए रखने में भी मदद करती है। नगांव के इस अस्पताल की नर्सों ने साबित कर दिया कि पेशे के प्रति समर्पण और मानवता का जज्बा किसी भी प्राकृतिक आपदा में बेहद अहम होता है। उनकी बहादुरी न केवल नवजातों की जान बचाने में सफल रही, बल्कि पूरे देश के लोगों के लिए एक प्रेरणा भी बन गई है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो लगातार वायरल हो रहा है और नर्सों की बहादुरी की तारीफ हर तरफ हो रही है।
