Love Jihad news: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में एक भव्य जनसभा में जमदार भाषण दिया। उन्होंने लव-जिहाद, धर्मांतरण और गो-तस्करी जैसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाया और जनता से सतर्क रहने का आग्रह किया। इस भाषण में मुख्यमंत्री ने न केवल जनता को जागरूक किया, बल्कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था में सहयोग करने की अपील भी की।
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मुख्य संदेश: सतर्कता और सहयोग
योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में कहा कि देश की सुरक्षा और संस्कृति की रक्षा में हर नागरिक की भूमिका अहम है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर किसी को इन गतिविधियों के बारे में जानकारी है, तो वह पुलिस और प्रशासन को तुरंत सूचित करें।

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“अगर कहीं कोई भूल से भी इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त है, उसकी सूचना ससमय पुलिस और प्रशासन को उपलब्ध करवाइए, उपचार की व्यवस्था हम स्वयं कर लेंगे।”
इस बयान में साफ तौर पर यह संकेत है कि राज्य सरकार जनता के सहयोग से इन खतरों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
लव-जिहाद और धर्मांतरण पर कड़ा रुख
योगी आदित्यनाथ ने लव-जिहाद और धर्मांतरण को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे के रूप में बताया। उनका कहना है कि ये केवल व्यक्तिगत या सामाजिक मुद्दे नहीं हैं, बल्कि यह राष्ट्रीय अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान को चुनौती देने वाले अपराध हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इसके खिलाफ सख्त कानून लागू करेगी और इस तरह की गतिविधियों में लिप्त लोगों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

गो-तस्करी के खिलाफ अभियान
योगी आदित्यनाथ ने गो-तस्करी को भी बड़ी समस्या बताया। उन्होंने कहा कि गो-हत्या और गो-तस्करी न केवल धार्मिक दृष्टि से अस्वीकार्य है, बल्कि यह कानूनी और सामाजिक दृष्टि से भी गंभीर अपराध है।
उन्होंने बलरामपुर में उपस्थित जनता से अपील की कि वे इस तरह की घटनाओं के बारे में तुरंत जानकारी दें। साथ ही, उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाए।
संदेश: “जब भी दुस्साहस करोगे, ऐसे ही पिटोगे”
भाषण का सबसे प्रभावशाली हिस्सा था मुख्यमंत्री का यह संदेश —
“जब भी दुस्साहस करोगे, ऐसे ही पिटोगे जैसे बरेली के अंदर पीटे गए हो।”
इसका अर्थ स्पष्ट है — कानून तोड़ने वालों को सरकार सख्त जवाब देगी। यह न केवल चेतावनी है, बल्कि जनता को यह संदेश भी है कि किसी भी प्रकार की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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सरकार की भूमिका और जनता का योगदान
योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में यह स्पष्ट किया कि कानून प्रवर्तन केवल पुलिस और प्रशासन का काम नहीं है। हर नागरिक को अपने स्तर पर जागरूक रहना और सहयोग करना होगा।
सरकार ने इस संदर्भ में विभिन्न कदम उठाए हैं — जैसे कि त्वरित शिकायत निवारण प्रणाली, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शिकायत दर्ज करना, और 24×7 हेल्पलाइन। जनता से अपेक्षा की जाती है कि वे इन सुविधाओं का प्रयोग करके ऐसे मामलों की जानकारी दें।
बलरामपुर में मुख्यमंत्री का यह भाषण एक स्पष्ट संदेश है — राज्य सरकार किसी भी तरह की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ गंभीर है। लव-जिहाद, धर्मांतरण और गो-तस्करी जैसी घटनाओं के प्रति सतर्कता और सक्रिय सहयोग ही देश की सुरक्षा का आधार है।
योगी आदित्यनाथ ने जनता से अपील की कि वे अपने आसपास की घटनाओं पर नजर रखें और अगर कोई संदिग्ध गतिविधि देखे तो उसे तुरंत प्रशासन के पास पहुँचाएँ। यह केवल एक सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
