Tv Today Bharat Live: शारदीय नवरात्र का पावन पर्व पूरे देश में आस्था और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में महाअष्टमी का विशेष आयोजन हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने मां आदिशक्ति की विधिवत पूजा-अर्चना की। उन्होंने वैदिक मंत्रों के बीच लोकमंगल और जनकल्याण की कामना की।
लखनऊ से गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री
सोमवार दोपहर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से गोरखपुर पहुंचे। सबसे पहले वे कुसम्ही जंगल स्थित प्रसिद्ध बुढ़िया माई मंदिर में गए, जहां उन्होंने माता के दर्शन किए। इसके बाद वे सीधे गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने गुरु गोरखनाथ की पूजा की और अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर सिर नवाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

READ MORE: पवन सिंह की अमित शाह से मुलाकात, आरा से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज
गोरखनाथ मंदिर में भव्य अनुष्ठान
महाअष्टमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में देर शाम विशेष अनुष्ठान संपन्न हुआ। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महानिशा पूजन किया गया। इस अनुष्ठान के दौरान गौरी-गणेश पूजन, वरुण पूजन, पीठ पूजन, मां दुर्गा पूजन, भगवान राम-लक्ष्मण-सीता का षोडशोपचार, भगवान कृष्ण और गोमाता पूजन, नवग्रह पूजन, विल्व पूजन, अधिष्ठात्री देवता पूजन, वटुक भैरव और काल भैरव पूजन जैसे अनेक धार्मिक कार्यक्रम पूरे विधि विधान के साथ किए गए। प्रत्येक अनुष्ठान में विशेष मंत्रोच्चारण हुआ, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
प्रसाद वितरण और भक्तों की अपार भीड़
पूजन अनुष्ठान पूरा होने के बाद हवन किया गया। इसके बाद वैदिक मंत्रों के साथ महाआरती हुई और क्षमा याचना कर विधिवत पूजा संपन्न हुई। इस अवसर पर उपस्थित भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया। गोरखनाथ मंदिर परिसर में हजारों श्रद्धालु जमा थे। काशी से आए जगद्गुरु स्वामी संतोषाचार्य और गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी सहित अनेक साधु-संत भी मौजूद रहे।

महानवमी पर होगा विशेष कन्या पूजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी महानवमी (1 अक्टूबर) के दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना करेंगे। परंपरा के अनुसार इस अवसर पर कन्या पूजन भी होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री स्वयं कुंवारी कन्याओं के पांव धोकर उन्हें भोजन, दक्षिणा और उपहार अर्पित करेंगे। साथ ही, बटुक पूजन की विधि भी सम्पन्न होगी। यह आयोजन भक्तों के लिए बेहद विशेष और पावन महत्व रखता है।
READ MORE: नगर निकाय ही तय करेंगे यूपी की किस्मत, योगी का बड़ा खुलासा
विजयदशमी पर पारंपरिक शोभायात्रा
शारदीय नवरात्र के समापन के बाद विजयदशमी (2 अक्टूबर) के दिन गोरखनाथ मंदिर में विशेष पूजन होगा। इसके बाद शाम को पारंपरिक विजयदशमी शोभायात्रा मंदिर से निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा का नेतृत्व गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचेगी, जहां प्रभु श्रीराम का पूजन और राज्याभिषेक की रस्म पूरी होगी। यह दृश्य भक्तों के लिए ऐतिहासिक और अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव का अवसर देगा।
READ MORE: ‘रंगला पंजाब फंड पर उठा सवाल’, विपक्ष का निशाना, पंजाब डूबा, ₹1600 करोड़ राहत कहीं सिर्फ़ टोकन?
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
गोरखपुर में हुए इस महाअष्टमी और महानवमी के अनुष्ठान का महत्व केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी बेहद खास है। नवरात्र के दौरान लोग मां दुर्गा के मंदिरों में दर्शन हेतु आते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं। गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी के पूजन अनुष्ठान से भक्तों की आस्था और विश्वास और भी प्रगाढ़ हो गया है।
भक्तों में बढ़ी श्रद्धा और उत्साह
नवरात्र के इस पर्व में योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए पूजन और धार्मिक अनुष्ठानों ने गोरखपुर सहित पूरे प्रदेश के भक्तों का मनोबल बढ़ाया है। लोगों का मानना है कि महाअष्टमी और महानवमी पर किए गए ये अनुष्ठान लोककल्याण का संदेश देते हैं। मुख्यमंत्री का यह अद्भुत धार्मिक आयोजन आने वाले वर्षों तक श्रद्धालुओं की स्मृतियों में अंकित रहेगा।
शारदीय नवरात्र 2025 का यह पर्व गोरखनाथ मंदिर में बेहद भव्य और अनूठे तरीके से मनाया जा रहा है। महाअष्टमी, महानवमी और विजयदशमी के आयोजन न केवल आस्था और भक्ति का प्रतीक हैं, बल्कि यह परंपरा देश की सांस्कृतिक धरोहर को भी जीवित रखती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखपुर का यह धार्मिक आयोजन भक्तों के लिए एक यादगार और पावन अनुभव बन चुका है।
Follow Us: YouTube| Tv today Bharat Live | Breaking Hindi News Live | Website: Tv Today Bharat| X | FaceBook | Quora| Linkedin | tumblr | whatsapp Channel | Telegram
