Skill Convocation 2025: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने शनिवार को आयोजित 2025 कौशल दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ‘विशेष उपहार’ भेंट किया। यह उपहार न केवल उनकी व्यक्तिगत भावनाओं का प्रतीक था, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा से भी गहराई से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। समारोह में प्रधानमंत्री ने देशभर से आए युवाओं को संबोधित किया और उन्हें ‘नए भारत के निर्माण’ में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
READ MORE: लेह हिंसा पर नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट और सोशलिस्ट पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस
कौशल दीक्षांत समारोह 2025 का महत्व
कौशल दीक्षांत समारोह पूरे देश में स्किल इंडिया मिशन से जुड़े विद्यार्थियों और प्रशिक्षुओं की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जाता है। इस वर्ष हजारों युवाओं ने विभिन्न ट्रेड, टेक्नोलॉजी और सेवाओं में प्रशिक्षण पूरा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि,
“कौशल ही भविष्य है। जिस देश के युवा जितने अधिक कुशल होंगे, वह राष्ट्र उतना ही मजबूत बनेगा।”
इस समारोह में न केवल प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों को प्रमाणपत्र दिए गए, बल्कि उन्हें रोजगार के अवसरों से भी जोड़ने की पहल की गई।
READ MORE: आत्मनिर्भर भारत, खादी से कंगना की सियासी साड़ी
जयंत चौधरी का ‘विशेष उपहार’
समारोह के दौरान सबसे खास क्षण तब आया, जब रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने मंच पर आकर प्रधानमंत्री मोदी को एक विशेष उपहार भेंट किया। सूत्रों के अनुसार, यह उपहार पारंपरिक शिल्पकला से जुड़ा एक हस्तनिर्मित प्रतीक चिन्ह था, जो ग्रामीण भारत की मेहनत और कौशल का प्रतिनिधित्व करता है।
जयंत चौधरी ने कहा कि यह उपहार उन कारीगरों और किसानों की मेहनत का प्रतीक है, जिनकी बदौलत भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। उन्होंने यह संदेश भी दिया कि कौशल विकास का असली मकसद तभी पूरा होगा, जब गाँव और किसान भी इस अभियान से जुड़ेंगे।
READ MORE: इंडियन आर्मी में 194 पदों पर बंपर भर्ती, 10वीं-12वीं पास युवाओं के लिए सुनहरा मौका
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयंत चौधरी के इस gesture की सराहना करते हुए कहा कि यह उपहार उन्हें देश की संस्कृति और परंपरा की याद दिलाता है। पीएम ने कहा कि,
“भारत का भविष्य तभी उज्ज्वल होगा, जब हमारे हाथों की कला और दिमाग की शक्ति मिलकर काम करें। कौशल विकास अभियान का उद्देश्य यही है कि हर युवा आत्मनिर्भर बने और देश को नई ऊँचाइयों पर ले जाए।”
युवाओं के लिए बड़ा संदेश
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने युवाओं से कहा कि उन्हें सिर्फ नौकरी की तलाश में नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनने की दिशा में सोचना चाहिए। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ का मंत्र दोहराते हुए युवाओं से आग्रह किया कि वे भारतीय उत्पादों और सेवाओं को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाएं।
जयंत चौधरी ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को कौशल, परंपरा और तकनीक—इन तीनों को साथ लेकर चलना होगा।
राजनीतिक और सामाजिक महत्व
विशेष उपहार का यह आदान-प्रदान केवल व्यक्तिगत संबंध का प्रतीक नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जयंत चौधरी ने हाल ही में भाजपा के साथ अपनी नजदीकी बढ़ाई है, और यह कदम दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक तालमेल को दर्शाता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि रालोद और भाजपा का यह सहयोग उत्तर प्रदेश की राजनीति पर सीधा असर डाल सकता है। साथ ही, ग्रामीण विकास और कौशल प्रशिक्षण के मुद्दों पर भी दोनों दल आगे एक साथ काम कर सकते हैं।
READ MORE: जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अनूपगढ़ में दिया पाकिस्तान को संदेश, आतंकवाद बंद करो या नक्शे से मिटाओ
2025 का कौशल दीक्षांत समारोह न केवल युवाओं के भविष्य को नई दिशा देने वाला साबित हुआ, बल्कि इसने राजनीतिक और सामाजिक रिश्तों में भी नई ऊर्जा भरी। जयंत चौधरी का विशेष उपहार इस बात का प्रतीक है कि भारतीय राजनीति में संवाद और सहयोग का महत्व हमेशा सर्वोपरि है।
युवाओं को सम्मानित करने और कौशल विकास पर ज़ोर देने वाला यह आयोजन आने वाले वर्षों में नए भारत की नींव मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।
Follow Us: YouTube| Tv today Bharat Live | Breaking Hindi News Live | Website: Tv Today Bharat| X | FaceBook | Quora| Linkedin | tumblr | whatsapp Channel | Telegram
