Home Guard Recruitment 2025- उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही 44 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती शुरू करने जा रही है। इस बार भर्ती प्रक्रिया में सरकार ने नियमों में बड़ा बदलाव किया है। नई नियमावली के अनुसार अब केवल युवा बेरोजगार अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकेंगे। इसका उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी, निष्पक्ष और भ्रष्टाचारमुक्त बनाना है।
नई नियमावली में क्या है खास
पहले की व्यवस्था में सरकारी, अर्द्धशासकीय और सार्वजनिक संस्थानों में काम करने वाले लोग भी होमगार्ड बनने के लिए आवेदन कर सकते थे। लेकिन अब यह सुविधा समाप्त कर दी गई है। नई नीति के अनुसार ऐसे सभी कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया से बाहर रहेंगे। होमगार्ड विभाग ने इन संशोधनों का प्रस्ताव राज्य शासन को भेज दिया है और जैसे ही इसे मंजूरी मिलेगी, यह पूरे प्रदेश में लागू होगा। इसके अलावा, नई व्यवस्था के तहत भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और जिलेवार होगी। इसका मतलब यह है कि हर जिले में उतने ही उम्मीदवारों को आवेदन का मौका मिलेगा, जितनी वहां रिक्तियां हैं। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता भी मिलेगी।
कौन कर सकता है आवेदन और कौन नहीं
नई नियमावली में पात्रता को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं:
- अभ्यर्थी की आयु 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- केवल नियमानुसार पात्र लोगों को आयु सीमा में छूट मिलेगी।
- सरकारी, अर्द्धशासकीय या सार्वजनिक संस्थानों में कार्यरत व्यक्ति आवेदन नहीं कर सकेंगे।
- किसी मुकदमे में विचाराधीन व्यक्ति या सरकारी सेवा से बर्खास्त कर्मचारी आवेदन के पात्र नहीं होंगे।
- उम्मीदवार को केवल अपने निवास जिले की रिक्तियों के अनुसार ही आवेदन करने की अनुमति होगी।
यदि किसी जिले में रिक्तियां 11 हजार से अधिक हैं, तो एनरोलमेंट बोर्ड उसी अनुपात में आवेदन स्वीकार करेगा।
क्यों किया गया बदलाव
पहले के वर्षों में होमगार्ड विभाग को एक प्रतिष्ठित स्वैच्छिक सेवा संगठन के रूप में देखा जाता था। डॉक्टर, प्रोफेसर, वकील, पत्रकार और अन्य पेशेवर लोग समाजसेवा की भावना से इसमें शामिल होते थे। उस समय अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष तक थी।
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लेकिन बीते कुछ सालों में शिकायतें और अनियमितताएं बढ़ने लगीं। कई सरकारी कर्मचारियों पर दोहरी सेवा का आरोप लगा। इससे भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठे और भ्रष्टाचार बढ़ा। इन समस्याओं को खत्म करने के लिए विभाग ने नई नीति तैयार की है। अब केवल युवा और योग्य अभ्यर्थियों को ही मौका मिलेगा।
सरकार का उद्देश्य
होमगार्ड विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह बदलाव संगठन को और अधिक अनुशासित, जवाबदेह और सक्षम बनाएगा।
नई नियमावली लागू होने के बाद होमगार्ड सेवा केवल उन युवाओं के लिए होगी, जो समाजसेवा की भावना के साथ काम करना चाहते हैं। विभाग का मानना है कि युवा स्वयंसेवक संगठन में नई ऊर्जा, ईमानदारी और कार्यकुशलता लेकर आएंगे। सरकार का उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया से भ्रष्टाचार, सिफारिश और राजनीतिक दबाव को पूरी तरह खत्म करना है।
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भर्ती प्रक्रिया कैसे होगी
नई भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होगी। आवेदन से लेकर चयन तक हर चरण ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। चयन के लिए उम्मीदवारों की शारीरिक क्षमता, फिटनेस और दस्तावेज सत्यापन के आधार पर मेरिट तय की जाएगी। 44 हजार पदों पर होने वाली यह भर्ती अब सिर्फ बेरोजगार युवाओं के लिए सुनहरा मौका होगी। सरकार का यह कदम युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ संगठन में अनुशासन और पारदर्शिता स्थापित करेगा।
युवा के लिए अवसर और संदेश
नई नीति लागू होने के बाद यह तय माना जा रहा है कि होमगार्ड विभाग में ऊर्जा, ईमानदारी और जिम्मेदारी की नई शुरुआत होगी। अब होमगार्ड सेवा केवल नौकरी नहीं, बल्कि देश और समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक बनेगी। यह युवाओं के लिए न केवल रोजगार का अवसर है, बल्कि समाज सेवा का भी एक मार्ग है। उम्मीद है कि नई नियमावली के तहत भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहेगी और संगठन में नई ऊर्जा और जवाबदेही आएगी।
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