गोरखपुर में गोवर्धन पूजा का शुभ अवसर
Viral Video : गोरखपुर: गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना की। मंदिर परिसर में भक्ति, श्रद्धा और उल्लास का वातावरण दिखाई दिया। हज़ारों श्रद्धालु इस शुभ मौके पर गोवर्धन पूजा के दर्शन और आशीर्वाद लेने पहुंचे।

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मुख्यमंत्री योगी का सादगी भरा आध्यात्मिक अंदाज़
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा की तरह सादगी और श्रद्धा के साथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले भगवान श्रीनाथ जी और गोवर्धन पर्वत का पूजन किया। मंत्रोच्चारण और वैदिक विधि से सम्पन्न पूजा के दौरान मुख्यमंत्री ने गौमाता की परिक्रमा की और राज्य की सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री के इस आध्यात्मिक भाव को देखकर जयघोष किया — “जय श्रीनाथ जी महाराज की!”
बच्चे का अन्नप्राशन संस्कार: भावनाओं से भरा पल
इस वर्ष के गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में एक विशेष दृश्य देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक छोटे बच्चे का अन्नप्राशन संस्कार स्वयं अपने हाथों से कराया। यह दृश्य भावनाओं और मातृत्व-पितृत्व के स्नेह से भरा हुआ था। मुख्यमंत्री ने बच्चे को गोद में लेकर प्रेमपूर्वक चावल का पहला ग्रास खिलाया, जिसके बाद उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर इस अनोखे और पवित्र क्षण का स्वागत किया। बच्चे के परिजन भी इस बात से अभिभूत दिखे कि उनके बच्चे का अन्नप्राशन स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री के हाथों सम्पन्न हुआ।
मुख्यमंत्री का बच्चों के प्रति स्नेह और दुलार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह रूप लोगों को गहराई से छू गया। आमतौर पर कठोर प्रशासनिक छवि रखने वाले योगी का यह कोमल और संवेदनशील पक्ष जनता के दिलों में उतर गया। बच्चे के सिर पर हाथ फेरते हुए उन्होंने कहा — “बच्चे ईश्वर के रूप होते हैं। इनका पालन-पोषण प्रेम, संस्कार और श्रद्धा से होना चाहिए।” उनकी यह बात सुनकर पूरा मंदिर परिसर भावुक हो उठा। सोशल मीडिया पर भी यह वीडियो वायरल हो गया, जिसमें मुख्यमंत्री बच्चे के साथ मुस्कुराते और स्नेह जताते दिख रहे हैं।
धार्मिकता और जनसेवा का संगम
गोवर्धन पूजा सिर्फ पूजा-पाठ का नहीं, बल्कि समाज में प्रेम, करुणा और एकता का संदेश देने वाला पर्व है। मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर मानवता को संदेश दिया था — कि जब संकट आए, तो सब मिलकर एक-दूसरे की मदद करें।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्यभर में गोसेवा, मंदिरों के विकास और धार्मिक परंपराओं के संरक्षण के लिए सतत प्रयास कर रही है।
श्रद्धा, संस्कृति और संवेदना का अद्भुत संगम
गोरखनाथ मंदिर में इस बार की गोवर्धन पूजा श्रद्धा, संस्कृति और मानवीय संवेदना का अद्भुत संगम बनी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बच्चे का अन्नप्राशन संस्कार करवाने का यह दृश्य वर्षों तक लोगों की स्मृतियों में जीवित रहेगा। इस कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि सच्चा नेतृत्व वही है, जो जनता से जुड़ा हो, परंपराओं का आदर करे और मानवीय मूल्यों को सर्वोपरि रखे।
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गोरखनाथ मंदिर की यह गोवर्धन पूजा इस वर्ष विशेष इसलिए रही क्योंकि इसमें भक्ति के साथ संवेदना भी झलकी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बच्चे के साथ स्नेह और अन्नप्राशन संस्कार का दृश्य यह दर्शाता है कि शासन की कठोरता के पीछे भी एक संवेदनशील हृदय धड़कता है — जो समाज और संस्कृति दोनों का समान सम्मान करता है।
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