Haryana Daughter World Cup Victory: हरियाणा की धरती एक बार फिर गर्व से झूम उठी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को राज्य की बेटी के वर्ल्डकप जीतने पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा, ‘खेल-खिलाड़ी हरियाणै के, दुनिया म्ह धूम मचाई। बेटी म्हारी सबतै न्यारी, जीत वर्ल्डकप ल्याई।’ यह वाक्य सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि हरियाणा की उस खेल संस्कृति का प्रतिबिंब है जिसने भारत को विश्व पटल पर पहचान दिलाई है।
Also Read: बिहार में 67.14% की रिकॉर्ड वोटिंग, जनता ने रचा नया इतिहास, एग्ज़िट पोल में एनडीए की बहुमत की आहट’
हरियाणा की मिट्टी, खेलों की जन्मभूमि
हरियाणा हमेशा से भारत की खेल राजधानी कहा जाता रहा है। ओलंपिक से लेकर वर्ल्डकप तक, हरियाणा के खिलाड़ियों ने देश को दर्जनों मेडल दिलाए हैं। चाहे पहलवानी का अखाड़ा हो, हॉकी का मैदान या क्रिकेट की पिच हरियाणा के युवा हमेशा अपनी मेहनत और जज्बे से देश का नाम रोशन करते आए हैं। नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह जीत हर उस किसान, कोच और अभिभावक की है, जिन्होंने अपने बच्चों को मैदान तक पहुंचाने के लिए दिन-रात मेहनत की।
Read More: गया में जोश, नवादा में सन्नाटा… बिहार चुनाव के दूसरे चरण ने बदल दिए सारे समीकरण!
बेटी की जीत, प्रदेश का मान
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हरियाणा की बेटी ने जो कर दिखाया है, वह सिर्फ परिवार नहीं, पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।’ उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब भी हरियाणा की बेटियां मैदान में उतरती हैं, तो वे सिर्फ पदक नहीं, बल्कि प्रदेश का मान लेकर जाती हैं। आज देश और दुनिया हरियाणा की खेल प्रतिभा को सलाम कर रही है, चाहे वह क्रिकेट की स्मृति मंधाना हों, रेसलिंग की विनेश फोगाट, बॉक्सिंग की लवलीना बोरगोहेन या हॉकी की नवजोत कौर — हरियाणा की बेटियां हर मोर्चे पर आगे हैं।
सरकार की नीति, ‘खेलो हरियाणा, बढ़ो हरियाणा’
मुख्यमंत्री सैनी ने इस मौके पर राज्य की खेल नीतियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार का लक्ष्य है कि गांव-गांव में खेल अकादमियां खुलें ताकि हर बच्चा अपनी क्षमता के अनुसार खेल सके। राज्य में ‘खेलो हरियाणा, बढ़ो हरियाणा’ मिशन के तहत 200 से ज्यादा स्पोर्ट्स सेंटर खोले जा रहे हैं, जहां प्रशिक्षित कोच और अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी। सरकार खिलाड़ियों को न केवल प्रोत्साहन राशि दे रही है बल्कि उनके परिवारों की आर्थिक सुरक्षा का भी ध्यान रख रही है।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल
मुख्यमंत्री ने कहा,’ हमारी बेटियां अब सिर्फ घर की चौखट तक सीमित नहीं हैं। वे अब दुनिया के हर मंच पर भारत का तिरंगा फहरा रही हैं।’हरियाणा में महिलाओं को खेलों के माध्यम से आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने पर विशेष बल दिया जा रहा है। वर्ल्डकप जीतने वाली बेटी की कहानी आज हर घर की बेटी को यह विश्वास दिलाती है कि मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।
भविष्य की दिशा, गांव से ओलंपिक तक
हरियाणा सरकार ने यह भी घोषणा की है कि खेल प्रतिभाओं को पहचानने के लिए जिला स्तर पर ‘टैलेंट हंट अभियान’ चलाया जाएगा। ग्रामीण स्तर पर खेल मैदानों का आधुनिकीकरण किया जाएगा ताकि युवा खिलाड़ियों को शुरुआती स्तर पर ही विश्वस्तरीय प्रशिक्षण मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारा सपना है कि आने वाले दशक में हरियाणा से 100 से अधिक खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करें।’
Follow Us: YouTube| TV TODAY BHARAT LIVE | Breaking Hindi News Live | Website: Tv Today Bharat| X | FaceBook | Quora| Linkedin | tumblr | whatsapp Channel | Telegram
