Love and Marriage : शादी, हमारे समाज में हमेशा से ही एक महान उत्सव और नई शुरुआत का प्रतीक रही है। हर लड़की और लड़के के सपनों में उनकी सुहागरात की रात खास महत्व रखती है। बॉलीवुड फिल्मों में तो इस रात को अक्सर फूलों से सजे कमरे, रोमांटिक लाइट और हसीन माहौल के साथ दिखाया गया है। और हां, इस रात बिस्तर पर सफेद चादर बिछाने की परंपरा भी अक्सर नजर आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे का कारण सिर्फ ग्लैमर नहीं, बल्कि एक सदियों पुरानी सोच और रीति-रिवाज है?
वर्जिनिटी टेस्ट की पुरानी परंपरा
पहले के समय में जब विवाह होते थे, तो नवविवाहित जोड़े की सुहागरात पर सफेद चादर बिछाना एक आम प्रथा थी। इसका मुख्य उद्देश्य था महिला की वर्जिनिटी की जांच करना। माना जाता था कि सफेद चादर पर किसी भी प्रकार का रक्त का धब्बा दिखाई देगा, जो उस महिला की कौमार्य का प्रमाण माना जाता था। यह समाज की उस समय की सोच और पारंपरिक मानसिकता को दर्शाता है। आज के समय में यह विचार पूरी तरह से पिछड़ा हुआ और दकियानूसी माना जाता है, लेकिन तब यह शादी के रिवाज का हिस्सा था।

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सांस्कृतिक और प्रतीकात्मक महत्व
सफेद चादर केवल वर्जिनिटी की जांच के लिए ही नहीं, बल्कि शुद्धता, पवित्रता और नई शुरुआत का प्रतीक भी मानी जाती थी। सफेद रंग की चादर को साफ-सफाई और ताजगी का प्रतीक माना जाता था। नए जीवन की शुरुआत में इसे बिछाना एक तरह से खुशियों और नई उमंगों का स्वागत करने जैसा था। कई परिवार आज भी इस परंपरा को सांस्कृतिक महत्व देते हैं, चाहे इसका असली कारण कुछ और ही क्यों न हो।
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सुहागरात: केवल शारीरिक संबंध नहीं
हालांकि, यह समझना बहुत जरूरी है कि सुहागरात का मतलब सिर्फ शारीरिक संबंध नहीं है। यह रात दो दिलों के मिलने, प्यार, सम्मान और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। सफेद चादर तो बस एक परंपरा और खूबसूरत रस्म है, जो जोड़े के लिए यादगार पल को और भी खास बना देती है।
आधुनिक दृष्टिकोण
आज के समय में ज्यादातर कपल्स अपने प्यार और समझदारी के आधार पर अपने रिश्ते को परिभाषित करते हैं। वर्जिनिटी या सफेद चादर जैसी प्रथाओं का कोई महत्व नहीं रहा। यह केवल संस्कृति और आदतों का एक हिस्सा बनकर रह गई है। सुहागरात अब सिर्फ दो लोगों के बीच के प्यार और विश्वास को celebrate करने का अवसर है।
तो, अगली बार जब आप किसी शादी में जाएं और सुहागरात की सफेद चादर देखें, तो समझिए कि यह पवित्रता और नई शुरुआत का प्रतीक है, न कि किसी पुराने डर या जांच का। आखिरकार, प्यार ही वह असली रंग है जो हर सफेद चादर से कहीं ज्यादा चमकता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. TV TODAY BHARAT इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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