Asia Cup 2025 Shubman Gill: भारत के टेस्ट कप्तान ने इंग्लैंड में दिखाए टच को वापस पाने के लिए समय लिया, लेकिन धैर्य रखते हुए बल्लेबाजी की पूरी झलक दिखाई।नेट्स में शुभमन गिल एक बार शॉट खेलते हुए स्लिप में कैच दे बैठे। उन्होंने तुरंत बल्ला बदल लिया, जैसे पहला वाला अशुभ हो। कवर ड्राइव और डिफेंस पर उनका टाइमिंग सही था, लेकिन बड़े शॉट्स बार-बार मिसक्यू हो रहे थे। कुछ हवा में लटक गए, पुल शॉट में भी धार नहीं थी। इसके बाद उन्होंने दूसरा बल्ला उठाया।
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नए बल्ले से कुछ डिफेंसिव शॉट्स उन्होंने शानदार खेले
फ्रंट फुट आगे निकालकर, हेड स्थिर रखकर, जैसे इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ में खेलते थे। लेकिन लंबे शॉट्स अभी भी गेंद के बीचों-बीच नहीं लग रहे थे।गिल ने हार नहीं मानी। उन्होंने नेट्स बदले, लेकिन दोनों भरे हुए थे तो उन्हें इंतज़ार करना पड़ा। बीच में तिलक वर्मा पानी पीने गए तो गिल ने थोड़ी देर बल्लेबाजी की, लेकिन फिर वापस इंतज़ार में लगना पड़ा। वो छाया बल्लेबाजी करते रहे, पैड्स एडजस्ट करते रहे।
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तीसरी बार जब उन्हें मौका मिला, तो गिल ने बड़े शॉट्स छोड़कर सिर्फ ज़मीन के साथ ड्राइव्स खेलना शुरू किया। एक फ्लैट पुल ज़रूर लगाया। शुरू में सब सामान्य लगा, लेकिन अचानक उन्होंने टाइमिंग पकड़ ली।एक शॉर्ट गेंद को सीधे छक्के में बदल दिया—ठीक वीरेंद्र सहवाग की स्टाइल में। नेट बॉलर ने लेंथ बदलने की कोशिश की, तो उन्होंने उसे बैकड्रॉप में पटक दिया। फिर लगातार ऊपर से कवर ड्राइव, हवाई फ्लिक, सब कामयाब रहे। एक शॉट तो आईसीसी अकादमी की दीवार से जाकर टकराया, दूसरा स्कूल के मैदान में गिरा। अब तक वो पूरी तरह टी20 मोड में आ गए थे।
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सत्र के आखिर में गिल इतने बेहतरीन फॉर्म में दिखे कि तिलक वर्मा ने पैड उतार दिए और बस उन्हें बल्लेबाजी करते देखते रहे। गिल नाचते कदमों से क्रीज़ से बाहर आकर गेंद को कवर से बाहर उड़ाते, या पीछे जाकर पुल मारते। मैदान छोटा था, कई गेंदें मैदान से बाहर चली गईं। उन्होंने एक रिवर्स पैडल का भी प्रयास किया।पसीने भरी उमस में शुरू की गई बल्लेबाजी के बाद उन्होंने नेट्स इस आत्मविश्वास के साथ छोड़ा कि अब वो अपनी ज़ोन में लौट चुके हैं। चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान थी।
अर्शदीप का (बैट) स्विंग
अर्शदीप सिंह नेट्स में सबसे पहले बल्लेबाजी करने आए। शुरुआत में उन्होंने बड़े शॉट्स की बजाय डिफेंस और स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया। लेकिन पैड पर गेंद लगने और बैलेंस बिगड़ने के बाद उन्होंने लंबे शॉट्स आज़माने शुरू किए।उन्होंने सीधे ड्राइव में टाइमिंग दिखाई, लेकिन शॉर्ट गेंदों पर असहज लगे। बाद में हेलीकॉप्टर शॉट मारकर सबका ध्यान खींचा। लगभग एक घंटे तक ‘स्विंग, मिस और बड़ी स्विंग’ की प्रैक्टिस करने के बाद उन्हें मजबूरी में बाहर भेजा गया।
अभिषेक की टेनिस बॉल प्रैक्टिस
अभिषेक शर्मा की शॉर्ट बॉल पर कोई बड़ी कमजोरी नहीं मानी जाती, लेकिन वो जानते थे कि गेंदबाज़ उन्हें बाउंसर से फँसाने की कोशिश करेंगे। इसलिए हार्डबॉल से छह जमाने के बाद उन्होंने नेट बॉलरों से टेनिस बॉल से भी शॉर्ट गेंदें डालने को कहा।अधिकतर गेंदों से कनेक्ट हुए, लेकिन कुछ पसीने की वजह से पकड़ ढीली होने पर अटकती नज़र आईं। अभिषेक ने गेंद का पूरा इंतज़ार किया और शॉट लगाने से पहले खुद को एडजस्ट किया। विकेट की प्रकृति ऐसी है कि गेंद बाउंस की बजाय रुक सकती है और बल्लेबाज़ जल्दी बाज़ी में कैच दे सकता है। उन्होंने लेग साइड पर तीन फील्डर भी सेट किए ताकि अपनी प्लेसमेंट पर काम कर सकें।
