Mia O’Brien case: दुबई की सख्त कानूनी व्यवस्था में फंसी 23 साल की ब्रिटिश छात्रा मिया ओ’ब्रायन को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। मिया लिवरपूल की रहने वाली एक लॉ स्टूडेंट हैं और उन्हें दुबई की सेंट्रल जेल में रखा गया है। यह मामला केवल ब्रिटेन ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में है क्योंकि उनकी मां ने इसे एक “बहुत ही मूर्खतापूर्ण गलती” बताया है।
मिया की मां डेनिएल मैकेना (46 वर्ष) का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी को पिछले साल अक्टूबर के बाद से नहीं देखा है। मां ने बताया कि मिया कभी भी गलत कामों में नहीं पड़ी थीं, लेकिन गलत संगत के कारण उन्होंने एक बड़ा कदम उठा लिया जिसकी भारी सज़ा उन्हें मिल रही है।
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फंडरेज़र पर विवाद
मिया की रिहाई के लिए ऑनलाइन फंडरेज़र पेज भी बनाया गया था, लेकिन उसे हटा दिया गया। क्राउडफंडिंग वेबसाइट GoFundMe के प्रवक्ता ने बताया कि यह पेज उनकी नीति के खिलाफ था। नियम 9 के तहत ऐसे मामलों के लिए धन जुटाने पर रोक है जिनमें गंभीर अपराध जैसे ड्रग तस्करी शामिल हों। इस कारण मिया की माँ द्वारा शुरू किया गया फंडरेज़र डिलीट कर दिया गया।
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सज़ा का मतलब क्या है?
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में “लाइफ सेंटेंस” का मतलब हमेशा आजीवन कारावास नहीं होता। वहां आमतौर पर यह सज़ा 15 से 25 साल तक की कैद होती है। कड़े कानूनों वाले इस देश में ड्रग्स से जुड़े मामलों को बहुत गंभीरता से लिया जाता है। ड्रग तस्करी, हत्या, मानव तस्करी और आतंकवाद जैसी गतिविधियों पर अक्सर लंबी कैद या उम्रकैद की सज़ा सुनाई जाती है।
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आखिर हुआ क्या था?
मिया की माँ ने साफ तौर पर अपराध का नाम नहीं लिया, बस इसे “बहुत ही मूर्खतापूर्ण गलती” बताया। लेकिन ब्रिटिश अखबार द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, मिया को अक्टूबर में 50 ग्राम क्लास A ड्रग के साथ पकड़ा गया था। इस ड्रग की कीमत करीब 2,500 पाउंड यानी लगभग तीन लाख रुपये बताई गई। दुबई जैसे देश में इतनी मात्रा में ड्रग रखना भी गंभीर अपराध माना जाता है।
मां की पीड़ा
मिया की माँ डेनिएल का कहना है कि उनकी बेटी को जीवनभर की सज़ा सुनाकर जेल में डाल दिया गया है। उन्होंने लिखा –
“मिया सिर्फ 23 साल की है, उसने कभी कोई गलत काम नहीं किया। वह पढ़ाई करने विश्वविद्यालय गई थी, लेकिन गलत दोस्तों के कारण उसने एक बहुत बड़ी गलती कर दी। अब उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।”
सख्त कानूनों की सीख
यह मामला दुनिया भर के युवाओं के लिए एक बड़ा सबक है। खासकर ऐसे देशों में जहाँ कानून बेहद सख्त हैं, वहां ज़रा-सी गलती भी जीवन बदल सकती है। मिया ओ’ब्रायन जैसी होनहार छात्रा को अपने भविष्य के सबसे अच्छे दौर में जेल की अंधेरी कोठरी में रहना पड़ रहा है।
कुल मिलाकर, मिया की कहानी दिखाती है कि एक छोटा सा गलत फैसला जीवन को पूरी तरह बदल सकता है। यह युवाओं के लिए चेतावनी है कि गलत संगत और जोखिमभरे फैसले उन्हें बर्बादी की ओर धकेल सकते हैं।
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