Nepal Gen Z Protest Live Updates: नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह इस्तीफा तब आया जब जन-जागरूकता और भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्र-युवा (Gen Z) द्वारा चलाए गए आंदोलन में हिंसा बढ़ गई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई वरिष्ठ नेताओं के घरों और सरकारी इमारतों में आग लगाई और तोड़फोड़ की।

केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा क्यों दिया?
73 वर्षीय ओली ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को लिखे पत्र में कहा कि वे देश की राजनीतिक स्थिरता और संवैधानिक समाधान के लिए इस्तीफा दे रहे हैं। जुलाई 2024 में चौथी बार प्रधानमंत्री बने ओली, अपने शासकीय तरीके और पार्टी में पूर्ण नियंत्रण के लिए विवादित थे। उन्होंने सीपीएन (यूएमएल) की अध्यक्षता तीसरी बार बनाए रखने की कोशिश की थी।

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हालांकि, उनकी कठोर नीतियों और अभद्र भाषण ने उन्हें जनता और विरोधियों के बीच अविश्वसनीय बना दिया। पिछले सप्ताह, उनकी सरकार ने 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर प्रतिबंध लगाया। इस प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने हिंसा को जन्म दिया, जिसके कारण ओली को इस्तीफा देना पड़ा।

हिंसा और आगजनी
विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी हिंसक रहे। प्रदर्शनकारियों ने:
- सिंहदरबार, संसद और सुप्रीम कोर्ट में तोड़फोड़ की।
- प्रधानमंत्री ओली का निजी आवास भक्तपुर और बालकोट को आग के हवाले किया।
- राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, गृह मंत्री रमेश लेखक, पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल के घरों पर हमला किया।
प्रदर्शनकारियों ने कान्तिपुर मीडिया हाउस समेत देश के सबसे बड़े मीडिया घरानों में भी आग लगाई। इसके कारण काठमांडू में हवाई अड्डा बंद कर दिया गया और सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं।
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सोशल मीडिया प्रतिबंध और Gen Z का आंदोलन
सभी घटनाओं की शुरुआत सोशल मीडिया प्रतिबंध से हुई। सरकार ने सोशल मीडिया साइट्स को पंजीकरण के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन प्लेटफॉर्म ने आवश्यक कदम नहीं उठाए। इसके परिणामस्वरूप, युवा और छात्र-समूह ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया।

- प्रदर्शन का नेतृत्व Gen Z कर रही है।
- उन्होंने भ्रष्टाचार और नेताओं के बच्चों की भव्य जीवनशैली को उजागर किया।
- नारों में शामिल थे:
- “KP Chor, Desh Chhod” (केपी चोर, देश छोड़ो)
- “Don’t kill students” (छात्रों को मत मारो)
पुलिस की कार्रवाई में कम से कम 19 लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हुए।
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भारत और अन्य देशों की प्रतिक्रिया
- भारत: भारतीय विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को नेपाल यात्रा टालने की सलाह दी। वर्तमान में नेपाल में रहने वाले भारतीय नागरिकों को अपने स्थान पर रहकर सुरक्षा निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया। सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
- रूस: रूस ने हालात पर नजर बनाए रखी और अपने नागरिकों को सतर्क रहने की चेतावनी दी।
- चीन: ओली के चीन से लौटने और SCO सम्मेलन में भाग लेने के बावजूद, चीन ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की।
राष्ट्रपति और सुरक्षा बलों की अपील
- राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने सभी दलों और प्रदर्शनकारियों से संयम और संवाद का आग्रह किया।
- नेपाल सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि सिर्फ संवाद और संयम से ही स्थिरता बहाल हो सकती है।
- सेना ने राष्ट्रीय संपत्ति और सांस्कृतिक धरोहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी जनता से साझा की।

प्रदर्शनकारियों द्वारा हमले और गिरफ्तारी
- पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी अर्जु राणा देउबा को उनके आवास में असलहा प्रदर्शनकारियों ने परेशान किया।
- वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल को भी प्रदर्शनकारियों ने पीटा और निर्वस्त्र किया।
- स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें नेताओं की मारपीट और संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए प्रदर्शनकारियों के दृश्य दिखाए गए हैं।
हवाई यातायात और सामान्य हालात
- त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बंद कर दिया गया।
- एयर इंडिया और इंडिगो ने सभी उड़ानें रद्द कर दीं।
- नेपाल के काठमांडू, ललितपुर और अन्य जिलों में कर्फ्यू लागू किया गया।
नेपाल में जारी यह संकट केवल एक राजनीतिक संघर्ष नहीं है, बल्कि यह युवा शक्ति और लोकतंत्र के बीच संघर्ष का प्रतीक बन गया है। Gen Z के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन ने देश को झकझोर दिया है।
प्रधानमंत्री ओली का इस्तीफा देश में तत्काल स्थिरता तो ला सकता है, लेकिन विरोध की ज्वाला अभी शांत नहीं हुई है। देश में सुरक्षा बल और राजनीतिक नेतृत्व को जनता की मांगों का संतुलित समाधान निकालना होगा।

मुख्य बिंदु:
- केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दिया।
- 19 लोग मरे और 300+ घायल।
- Gen Z ने सोशल मीडिया प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
- वरिष्ठ नेताओं के घरों और सरकारी इमारतों में आग।
- हवाई अड्डा बंद, उड़ानें रद्द।
- राष्ट्रपति और सेना ने संयम और संवाद की अपील की।
- भारत और रूस ने नागरिकों के लिए सतर्कता की सलाह दी।
