Parappana Agrahara Jail Viral Video: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु की परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल एक बार फिर विवादों में है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें आतंकवादी संगठन ISIS से जुड़े आरोपी जुहैब मन्ना और सीरियल रेप-हत्या के दोषी उमेश रेड्डी जेल के अंदर मोबाइल फोन और टीवी का इस्तेमाल करते दिख रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं और जेल प्रशासन की भूमिका पर भी गंभीर आरोप लग रहे हैं।
Also Read :रांची में ड्रग्स रैकेट का बड़ा खुलासा, 23 साल की सेजल समेत चार गिरफ्तार, 28 लाख की ब्राउन शुगर बरामद
वायरल वीडियो में दिखे कुख्यात कैदी
वायरल वीडियो में जुहैब हमीद शकील मन्ना को चाय पीते हुए और मोबाइल फोन पर स्क्रॉल करते देखा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, वह वीडियो रिकॉर्ड करने वाले व्यक्ति से बात भी कर रहा है। जुहैब मन्ना पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने ISIS से संबंध रखने, फंड जुटाने और युवाओं को सीरिया भेजने के आरोप में मामला दर्ज किया था। वह कंप्यूटर एप्लीकेशन विशेषज्ञ बताया जाता है।
उमेश रेड्डी भी मोबाइल चलाते दिखा
एक अन्य क्लिप में सीरियल रेपिस्ट और मर्डर के आरोपी उमेश रेड्डी तीन मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता दिख रहा है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जेल स्टाफ को फोन और टीवी इस्तेमाल की जानकारी थी, जिससे सुरक्षा में गंभीर लापरवाही का मामला बनता है।
उमेश रेड्डी पर रेप और हत्या के 18 मामले दर्ज हैं। उसे पहले फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने तीन साल पहले इसे 30 साल की उम्रकैद में बदल दिया। रेड्डी का अपराध रिकॉर्ड कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात तक फैला है।
Also Read: गाज़ियाबाद के OYO होटल में युवक ने की आत्महत्या, कमरे में शराब और लैपटॉप मिला
उमेश रेड्डी की आपराधिक पृष्ठभूमि
रेड्डी 1996 में सीआरपीएफ में शामिल हुआ था और जम्मू-कश्मीर में एक अफसर के घर गार्ड के तौर पर तैनात था। वहां उसने अफसर की बेटी से रेप की कोशिश की, लेकिन गिरफ्तारी से पहले ही फरार हो गया। इसके बाद वह कर्नाटक लौट आया और कई महिलाओं के साथ रेप और हत्या के मामलों में शामिल रहा।
Also More: दुलारचंद यादव हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई, बाहुबली अनंत सिंह गिरफ्तार
जांच के आदेश
वीडियो सामने आने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने पर जेल अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार ने जेल प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
सवालों के घेरे में जेल सिस्टम
यह घटना सवाल खड़े करती है कि देश की हाई-सिक्योरिटी जेलों में भी अपराधी इतनी आसानी से मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जेल में ऐसे उपकरणों की मौजूदगी सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। परप्पना अग्रहारा जेल का यह मामला न सिर्फ जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाता है बल्कि यह भी दिखाता है कि कुख्यात अपराधियों को मिलने वाली सुविधाएं आम कैदियों से कहीं अधिक हैं। अब देखना होगा कि सरकार की जांच इस पूरे मामले में क्या नए खुलासे करती है।
Follow Us: YouTube| TV TODAY BHARAT LIVE | Breaking Hindi News Live | Website: Tv Today Bharat| X | FaceBook | Quora| Linkedin | tumblr | whatsapp Channel | Telegram
