Lucknow (UP): उत्तर प्रदेश के ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि यूपी एंटी-टेररिज़्म स्क्वॉड (ATS) ने एक अंतरराष्ट्रीय फंडिंग फ्रॉड का मामला उजागर किया है। इसमें कुछ लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के जरिए गाज़ा युद्ध के पीड़ितों की मदद के नाम पर पैसा इकट्ठा कर रहे थे।
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सोशल मीडिया के माध्यम से फंडिंग
UP ATS की जांच में पता चला कि आरोपी लोगों ने क्राउड-फंडिंग के जरिए जनता से करोड़ों रुपये जुटाए। उन्होंने दावा किया कि ये धन सीधे गाज़ा युद्ध के पीड़ितों तक जाएगा। लेकिन जांच में सामने आया कि ये पैसे सही उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं किए गए और संभवतः ग़लत तरीके से हड़प लिए गए।
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गिरफ्तार आरोपी और स्थान
जांच के बाद यूपी ATS ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। गिरफ्तार लोग हैं:
- मोहम्मद अयान
- ज़ैद नौटियाल
- अब्दुल सुफ़ियान
ये सभी आरोपी महाराष्ट्र के भीवंडी से गिरफ्तार किए गए। फिलहाल उन्हें उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है। उनकी पूछताछ ट्रांज़िट रिमांड पर की जाएगी ताकि फंड के दुरुपयोग और उनके संभावित कनेक्शन का पता लगाया जा सके।
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ATS की आगामी कार्रवाई
UP ATS ने स्पष्ट किया है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी जांच की जाएगी। यह पहली बार है जब गाज़ा सहायता के नाम पर क्राउड-फंडिंग का दुरुपयोग सामने आया है। ATS यह भी पता लगाएगा कि ये फंड किस दिशा में गया और इसका असली फायदा किसे हुआ।
ऐसी घटनाओं की वैश्विक तस्वीर
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि ऐसी फंडिंग धोखाधड़ी की घटनाएँ केवल उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं हैं। भारत के विभिन्न राज्यों और दुनिया के अन्य देशों में भी इस तरह की धोखाधड़ी की खबरें आती रहती हैं। इस वजह से यह जरूरी है कि सोशल मीडिया और क्राउड-फंडिंग प्लेटफॉर्म पर जमा किए गए धन का सही उपयोग हो और किसी के निजी लाभ के लिए उसका दुरुपयोग न हो।
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जनता के लिए चेतावनी
इस घटना के माध्यम से जनता को यह भी चेतावनी दी गई है कि किसी भी ऑनलाइन फंडिंग या दान अभियान में शामिल होने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। केवल भरोसेमंद और प्रमाणित संगठन ही सहायता के लिए धन इकट्ठा करते हैं। धोखाधड़ी के मामलों में लोगों के करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है।
उत्तर प्रदेश ATS द्वारा इस मामले का खुलासा और गिरफ्तारियां यह दर्शाती हैं कि ग़लत तरीके से जनता से जुटाए गए धन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। गाज़ा युद्ध के नाम पर फंडिंग धोखाधड़ी जैसे मामलों को रोकने के लिए जागरूकता और सख्त कानून की आवश्यकता है।
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