Haryana Chief Minister: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला से हरियाणा राज्य पर्यावरण योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रदेश के पर्यावरण मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इस योजना के माध्यम से हरियाणा सरकार का लक्ष्य आने वाले वर्षों में पर्यावरण संरक्षण को मजबूती देना, प्रदूषण पर नियंत्रण करना और लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
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मुख्यमंत्री ने इस मौके पर योजना से संबंधित एक विशेष पुस्तक का भी विमोचन किया। इस पुस्तक में सरकार की पर्यावरणीय नीतियों, भविष्य की कार्ययोजना और जनता से अपेक्षित सहयोग का विस्तृत विवरण दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बढ़ते औद्योगिकीकरण, शहरीकरण और जनसंख्या के दबाव के कारण पर्यावरण पर गंभीर असर पड़ा है, जिसे संतुलित करने के लिए ठोस कदम उठाना अब अनिवार्य हो गया है।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम
सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा राज्य पर्यावरण योजना केवल एक सरकारी दस्तावेज़ नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और स्वच्छ पर्यावरण देने का संकल्प है। इस योजना के तहत वायु प्रदूषण नियंत्रण, जल संरक्षण, प्लास्टिक के उपयोग में कमी, वृक्षारोपण अभियान और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने पर विशेष बल दिया जाएगा।
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उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में राज्यभर में व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाए जाएंगे और प्रदूषण प्रभावित क्षेत्रों में विशेष निगरानी तंत्र विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही, औद्योगिक इकाइयों को भी सख्त दिशा-निर्देश दिए जाएंगे ताकि वे पर्यावरणीय मानकों का पालन करें।
जनभागीदारी पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें समाज के हर वर्ग को अपनी भूमिका निभानी होगी। स्कूलों, कॉलेजों और पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे, ताकि बच्चे और युवा पर्यावरण बचाने की मुहिम में सक्रिय भागीदार बन सकें।
उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक यह संकल्प ले कि वह पानी और बिजली की बर्बादी नहीं करेगा, प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करेगा और साल में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएगा, तो राज्य का पर्यावरण संतुलन बहुत हद तक सुधारा जा सकता है।
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पुस्तक विमोचन और भविष्य की रूपरेखा
मुख्यमंत्री द्वारा विमोचित पुस्तक में हरियाणा राज्य पर्यावरण योजना की विस्तृत रूपरेखा दी गई है। इसमें वर्षवार लक्ष्य तय किए गए हैं। उदाहरण के लिए, 2026 तक 10 लाख नए पौधे लगाने का लक्ष्य, 2027 तक जल संरक्षण संरचनाओं का विस्तार, और 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को दोगुना करने का रोडमैप शामिल है।
सीएम सैनी ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए समान रूप से कार्य करेगी। विशेषकर दिल्ली एनसीआर से सटे क्षेत्रों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
पंचकूला से शुरू हुई यह पहल हरियाणा के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकती है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा राज्य पर्यावरण योजना न केवल प्रदूषण की समस्या से निपटने में मदद करेगी, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ियों को स्वस्थ और स्वच्छ जीवन जीने का अवसर भी प्रदान करेगी।
