Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी में मंगलवार को राजनीति का पारा उस वक्त चढ़ गया जब भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में घुसकर जमकर हंगामा किया। मामला उस विवादित बयान से जुड़ा है, जिसमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी हालिया बिहार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के खिलाफ कथित अभद्र टिप्पणी की थी। इस बयान के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा उबाल पर पहुंच गया और उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

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कांग्रेस कार्यालय में जमकर नारेबाजी
घटना के अनुसार, मंगलवार दोपहर भाजपा महिला मोर्चा की दर्जनों कार्यकर्ता हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर अचानक कांग्रेस कार्यालय पहुंच गईं। कार्यकर्ताओं ने जैसे ही कार्यालय में प्रवेश किया, वहां “राहुल गांधी मुर्दाबाद”, “सोनिया गांधी जवाब दो”, और “कांग्रेस होश में आओ” जैसे नारे गूंजने लगे। प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी की तस्वीर पर काली स्याही फेंकी और वहां लगे पोस्टरों को फाड़ डाला।
कार्यालय में मौजूद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन गुस्से में उबल रही महिला कार्यकर्ताओं ने किसी की एक न सुनी। कार्यालय में रखी कुर्सियों को नुकसान पहुंचाया गया और वहां मौजूद दस्तावेज भी बिखर गए।

भाजपा महिला मोर्चा का आरोप
भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष शशि मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“राहुल गांधी का बयान न केवल प्रधानमंत्री मोदी का अपमान है, बल्कि पूरे देश का अपमान है। प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी से महिलाओं की मर्यादा को ठेस पहुंची है। जब तक कांग्रेस पार्टी आधिकारिक रूप से माफी नहीं मांगती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी का यह रवैया देश की संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है। भाजपा महिला मोर्चा किसी भी कीमत पर इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस नेताओं का पलटवार
दूसरी ओर, कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के इस कदम को लोकतंत्र पर हमला बताया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरुण त्रिपाठी ने कहा,
“भाजपा का यह रवैया साफ तौर पर गुंडागर्दी है। कार्यालय में तोड़फोड़ करके वे अपनी हताशा दिखा रहे हैं। अगर भाजपा को राहुल गांधी के बयान से आपत्ति है, तो उन्हें कानूनी रास्ता अपनाना चाहिए था, न कि हिंसा का सहारा लेना चाहिए।”
कांग्रेस ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि तोड़फोड़ करने वाली महिला कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए।
पुलिस की सक्रियता
घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालात को काबू में किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कार्यालय परिसर से बाहर निकाला और दोनों पक्षों से बातचीत कर स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया। फिलहाल इस घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने संपत्ति को हुए नुकसान की लिखित शिकायत थाने में दर्ज कराई है।
कोतवाली प्रभारी अजय सिंह ने बताया,
“मामले की जांच की जा रही है। दोनों पक्षों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”
शहर में बढ़ा तनाव
इस घटना के बाद से शहर में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी का बयान वापस नहीं लेती और सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेंगे। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी चेतावनी दी है कि वे भाजपा की “गुंडागर्दी” के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेंगे।
स्थानीय लोग इस घटनाक्रम को लेकर दो खेमों में बंट गए हैं। कुछ लोग भाजपा के इस विरोध को जायज ठहरा रहे हैं, जबकि कुछ इसे कानून व्यवस्था के लिए खतरा मान रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी के बयान और उसके बाद लखीमपुर खीरी में हुई इस घटना ने 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी को और बढ़ा दिया है। भाजपा जहां इस मुद्दे को महिलाओं की गरिमा और राष्ट्र सम्मान से जोड़कर पेश कर रही है, वहीं कांग्रेस इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रही है। लखीमपुर खीरी की यह घटना साफ इशारा करती है कि आने वाले दिनों में प्रदेश की सियासत में और उबाल आ सकता है। राहुल गांधी के बयान पर मचा यह हंगामा राजनीतिक दलों के बीच बढ़ते टकराव की ओर इशारा करता है, जिसमें अब प्रशासन की भूमिका और सतर्कता भी बढ़ गई है।
नीचे देंखे वीडियो:
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