Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की अग्रणी सेमीकंडक्टर कंपनी क्वालकॉम के अध्यक्ष और सीईओ क्रिस्टियानो आर. अमोन से मुलाकात की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सेमीकंडक्टर तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की। यह मुलाकात प्रधानमंत्री के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर हुई। बैठक का मकसद भारत में प्रौद्योगिकी क्षेत्र को मजबूत करना और भविष्य की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए ठोस नींव तैयार करना था।
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🔹 भारत के एआई और सेमीकंडक्टर मिशन पर चर्चा
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी और क्वालकॉम के सीईओ ने भारत में तेजी से बढ़ते AI और सेमीकंडक्टर मिशन पर विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आज नवाचार, प्रतिभा और तकनीक के संगम पर खड़ा है। देश के युवा इंजीनियर, वैज्ञानिक और स्टार्टअप कंपनियां मिलकर ऐसा माहौल बना रहे हैं, जहां भारत दुनिया के तकनीकी विकास का नेतृत्व कर सकता है। उन्होंने क्वालकॉम द्वारा भारत में किए जा रहे निवेश और परियोजनाओं की सराहना की। मोदी ने कहा,
“भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यहाँ के युवाओं में नवाचार की भावना है, जो आने वाले समय में एआई और सेमीकंडक्टर उद्योग को नई दिशा देगी।”
🔹 क्वालकॉम सीईओ क्रिस्टियानो आर. अमोन की प्रतिक्रिया
क्वालकॉम के सीईओ क्रिस्टियानो अमोन ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और इंस्टाग्राम पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने दोनों देशों के बीच साझेदारी को “व्यापक और दूरदर्शी” बताया।
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अमोन ने लिखा –
“भारत के एआई और सेमीकंडक्टर मिशनों के समर्थन में क्वालकॉम और भारत के बीच साझेदारी को मजबूत करने पर एक शानदार चर्चा के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद। हम 6G तकनीक के बदलाव और एआई-संचालित डिवाइसों में भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को लेकर उत्साहित हैं।”
उन्होंने बताया कि क्वालकॉम भारत के साथ मिलकर स्मार्टफोन, पीसी, स्मार्ट ग्लास, ऑटोमोबाइल और औद्योगिक क्षेत्र में एआई तकनीक को नई दिशा देने की योजना बना रहा है।
🔹 भारत में क्वालकॉम का बढ़ता निवेश
क्वालकॉम ने भारत में अपने कारोबार को विस्तारित करने की घोषणा की है। कंपनी का उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन और एआई विकास का वैश्विक केंद्र बनाना है। क्वालकॉम इंडिया के अध्यक्ष सावी सोइन ने कहा कि कंपनी भारत में स्मार्ट ग्लास और वेयरेबल तकनीक पर काम कर रही है। उनका लक्ष्य है कि स्मार्ट ग्लास की कीमतें इतनी किफायती हों कि वे सामान्य चश्मों के करीब आ जाएं। उन्होंने कहा –
“हम भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर ऐसे स्मार्ट ऑडियो ग्लास तैयार कर रहे हैं, जो पारंपरिक चश्मों से थोड़े महंगे होंगे, लेकिन तकनीक के मामले में कहीं अधिक उन्नत होंगे।”
🔹 एआई आधारित नवाचार में भारत की भूमिका
भारत इस समय एआई रिसर्च और इनोवेशन में विश्व स्तर पर तेजी से उभर रहा है। सरकारी योजनाओं और निजी क्षेत्र की भागीदारी से देश में एआई स्टार्टअप्स का मजबूत नेटवर्क बन चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में बताया कि भारत सरकार ‘AI for All’ मिशन के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और उद्योग जैसे क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य एआई को सिर्फ तकनीकी उपकरण के रूप में नहीं, बल्कि ‘जनकल्याण का साधन’ बनाने का है।
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🔹 सेमीकंडक्टर मिशन: भारत की बड़ी छलांग
सेमीकंडक्टर उद्योग किसी भी आधुनिक तकनीक की रीढ़ है — चाहे वह स्मार्टफोन हो, कंप्यूटर, कारें या रक्षा उपकरण। भारत सरकार ने ‘भारत सेमीकंडक्टर मिशन (ISM)’ शुरू किया है, जिसके तहत देश में चिप निर्माण और डिजाइन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। क्वालकॉम ने इस मिशन में सहयोग की इच्छा जताई है।क्रिस्टियानो अमोन ने कहा कि उनकी कंपनी भारत के साथ मिलकर चिप डिजाइन, रिसर्च सेंटर और मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास में योगदान देना चाहती है।
“हम भारत को सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन का मजबूत हिस्सा बनते देखना चाहते हैं,” उन्होंने कहा।
🔹 6G तकनीक में भारत-क्वालकॉम की साझेदारी
बैठक में 6G तकनीक के विकास पर भी बात हुई। क्वालकॉम ने भारत के साथ मिलकर 6G के क्षेत्र में रिसर्च और टेस्टिंग की दिशा में काम करने का प्रस्ताव दिया है। अमोन ने बताया कि भारत में मौजूद युवा तकनीकी विशेषज्ञ और स्टार्टअप्स इस बदलाव में अहम भूमिका निभा सकते हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत पहले ही 5G में बड़ी छलांग लगा चुका है, और अब देश 6G के लिए तैयार है। उन्होंने क्वालकॉम जैसी कंपनियों को भारत के नवाचार केंद्रों और टेक्नोलॉजी पार्कों से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया।
🔹 भविष्य के लिए मजबूत साझेदारी
प्रधानमंत्री मोदी और क्रिस्टियानो अमोन की यह मुलाकात केवल तकनीकी चर्चा नहीं थी, बल्कि भारत-अमेरिका के बीच तकनीकी साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम थी।
क्वालकॉम की योजनाएं भारत के लिए कई अवसर लेकर आ सकती हैं —
- नए रोज़गार के अवसर
- स्थानीय उद्योगों और स्टार्टअप्स को सहयोग
- नवाचार और अनुसंधान केंद्रों की स्थापना
- AI आधारित शिक्षा और प्रशिक्षण का विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी और क्वालकॉम सीईओ की यह बैठक भारत के तकनीकी भविष्य की दिशा तय करने वाली साबित हो सकती है।
भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि तकनीक निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। क्वालकॉम जैसी वैश्विक कंपनियों का सहयोग भारत के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियानों को नई ऊर्जा देगा। इस साझेदारी से न केवल भारत में एआई और सेमीकंडक्टर उद्योग को मजबूती मिलेगी, बल्कि देश वैश्विक तकनीकी मानचित्र पर और अधिक चमकेगा।
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